बिहार: बिहार में विकास की रफ्तार तेज होती जा रही है। अब पटना मरीन ड्राइव की तर्ज पर एक और भव्य परियोजना की शुरुआत होने जा रही है — यह मरीन ड्राइव भागलपुर से मुंगेर तक फैला होगा, जिसकी कुल लंबाई 100 किलोमीटर होगी। यह न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। परियोजना के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, पर्यटन के लिहाज़ से बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थानीय आर्थिक विकास को गति दी जाएगी।
परियोजना की मुख्य बातें:
- लंबाई: 100 किलोमीटर
- स्थान: भागलपुर से मुंगेर के बीच
- मॉडल: पटना के गंगा पथ (Patna Marine Drive) की तर्ज पर
- मुख्य विशेषताएं:
- इंटरनेशनल क्वालिटी का वॉकवे और साइकिल ट्रैक
- LED लाइटिंग, ग्रीनरी, और सीसीटीवी सुरक्षा सिस्टम
- कैफे, रेस्टोरेंट, और वॉटर स्पोर्ट्स की सुविधा
- पर्यटकों के लिए बोटिंग, फोटो स्पॉट, और आर्ट इंस्टॉलेशन ज़ोन
- स्मार्ट टॉयलेट और डिजिटल सूचना पटल

किन क्षेत्रों से होकर गुजरेगा?
यह मरीन ड्राइव गंगा नदी के किनारे-किनारे बन रहा है और यह भागलपुर, नाथनगर, सबौर, सुल्तानगंज, अगवानी घाट, और अंत में मुंगेर तक पहुंचेगा। इसमें कई धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल भी आएंगे, जिससे पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
क्या बोले अधिकारी?
बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BSRDC) के एक अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। फिलहाल DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंसल्टेंसी एजेंसियों को शामिल किया गया है।
“यह मरीन ड्राइव सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि बिहार के गौरव और पर्यटन को जोड़ने वाला कॉरिडोर होगा,” — परियोजना निदेशक
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यह मरीन ड्राइव गंगा विलेज टूरिज्म, धार्मिक स्थलों जैसे कि बाबा अजनईनाथ मंदिर, सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ, और मुंगेर किला जैसे स्थानों को भी जोड़ देगा, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होने की उम्मीद है।
रोजगार और स्थानीय विकास
- सड़क निर्माण, ग्रीन एरिया, दुकानें और टूरिज़्म गतिविधियों से हज़ारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
- आसपास के हस्तशिल्प, माछ-भात, भागलपुरी सिल्क, और मुंगेर के लोहे के सामान जैसे उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मिल सकता है।