(समस्तीपुर/पूसा ) : समस्तीपुर जिले के पूसा स्थित केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में एक बड़ी तकनीकी पहल की जा रही है। ISRO और उसके स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, अहमदाबाद द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में जल्द ही हाई-रेजोल्यूशन एडी कोवेरियंस टावर (Eddy Covariance Tower) स्थापित किया जाएगा।
क्या है यह टावर?
यह टावर एक विशेष किस्म का वैज्ञानिक यंत्र है जो कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), जल वाष्प, और ऊष्मा फ्लक्स को मापने में सक्षम होता है। इसका उपयोग खेतों की माइक्रो-क्लाइमेट स्टडी, फसल की ग्रोथ पर मौसम के असर और सटीक कृषि (Precision Farming) के लिए किया जाएगा।
पूसा के खेतों को मिलेगा तकनीकी साथ:
- अब पूसा के खेतों की स्थिति की निगरानी सेटेलाइट डाटा और लाइव टावर रीडिंग्स के जरिए की जाएगी।
- यह टावर धान-गेहूं की दोहरी फसली प्रणाली (Rice-Wheat Cropping System) पर विशेष ध्यान देगा।
- यह पहल किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में मदद करेगी।
“अब खेत की हर सांस पर नज़र रखेगा आसमान!”
ISRO की यह टेक्नोलॉजी सीधे खेतों तक पहुंचेगी और किसान अब मौसम के मिज़ाज और खेत की हालत को वैज्ञानिक तरीके से समझ पाएंगे।

यह टावर ना सिर्फ शोध कार्यों के लिए उपयोगी होगा बल्कि बिहार के किसानों के लिए तकनीकी क्रांति साबित हो सकता है। पूसा अब केवल खेतों का केंद्र नहीं, बल्कि अंतरिक्ष और विज्ञान का केंद्र भी बनता जा रहा है।
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