पटना: राज्य की राजधानी पटना का जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब बिहार के लिए हवाई संपर्क का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, पटना एयरपोर्ट से हर दिन 72 उड़ानें देश के 14 प्रमुख शहरों के लिए संचालित की जा रही हैं। इतना ही नहीं, यहां से हर साल लगभग 40 लाख यात्री हवाई यात्रा कर रहे हैं — जो कि एक नया रिकॉर्ड है।
बढ़ते यात्री, बढ़ती उड़ानें
पटना एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई, अहमदाबाद, रांची, गुवाहाटी जैसे बड़े शहरों के लिए सीधी फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
पटना एयरपोर्ट निदेशालय के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में यात्री संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। 2018-19 में जहां सालाना लगभग 32 लाख यात्रियों ने सफर किया था, वहीं 2024-25 में यह आंकड़ा 40 लाख पार कर गया।
नया टर्मिनल और रनवे विस्तार की योजना
बढ़ते यात्री दबाव को देखते हुए एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल भवन बन रहा है, जिसकी क्षमता करीब 80 लाख यात्रियों तक बढ़ाई जा रही है। इसके साथ ही रनवे के विस्तार और अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम लगाने का काम भी तेज़ी से चल रहा है। नया टर्मिनल 2026 तक तैयार हो सकता है।

क्या कहते हैं जानकार?
हवाई यात्री राहुल कुमार ने कहा, “पटना एयरपोर्ट से अब कई विकल्प हैं। दिल्ली या मुंबई जाने के लिए टिकट और टाइमिंग दोनों पहले से बेहतर हो गए हैं।”
वहीं, एविएशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि पटना एयरपोर्ट की सीमित जमीन के बावजूद जिस तरह से उड़ानों की संख्या और सुविधाएं बढ़ रही हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है।
अब इंटरनेशनल उड़ानों की भी मांग
फिलहाल पटना एयरपोर्ट से सिर्फ डोमेस्टिक उड़ानें ही संचालित होती हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या और बिजनेस संभावनाओं को देखते हुए यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी मांग बढ़ती जा रही है। खाड़ी देशों, नेपाल और थाईलैंड के लिए सीधी उड़ानों की मांग लंबे समय से की जा रही है।