Bhojpur में train accident से 600 sheep की मौत, आरा-पटना DDU रेल लाइन पर सनसनीखेज हादसा

Pratik Yadav

Bhojpur train accident 600 sheep dead

भोजपुर, बिहार – भोजपुर ज़िले के आरा–पटना (Patna–DDU) रेल सेक्शन में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक तेज़ रफ़्तार मालगाड़ी की चपेट में आने से करीब 600 sheep की मौत हो गई। यह train accident सुबह के समय हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना स्थल से गुजरने वाले यात्रियों और ग्रामीणों ने इसे वर्षों में सबसे भीषण रेल हादसों में से एक बताया, जो किसी इंसान के बजाय पशुओं के लिए तबाही बनकर आया।

Bhojpur train accident 600 sheep dead
आरा के पास दानापुर रेलखंड पर बनाही और सिकरिया हॉल्ट के बीच शनिवार सुबह एक दुखद घटना हुई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह लगभग 6 बजे पास के गाँव के चरवाहे अपनी भेड़ों को चराने ले जा रहे थे। इसी दौरान झुंड का एक बड़ा हिस्सा रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, तभी तेज़ी से आ रही मालगाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज़ थी कि कई भेड़ों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी गंभीर रूप से घायल हो गईं और कुछ ही मिनटों में दम तोड़ दिया।

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घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस (RPF) और GRP की टीम मौके पर पहुंची। प्रशासन ने तुरंत ट्रैक को खाली कराया और मृत भेड़ों को हटाने का काम शुरू किया। हादसे के कारण इस रूट पर लगभग आधे घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा। कई ट्रेनों को पास के स्टेशनों पर रोकना पड़ा, जिससे यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ी।

स्थानीय पशुपालकों का कहना है कि इस हादसे ने उन्हें भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। एक अनुमान के अनुसार, मरी हुई 600 sheep की कीमत लाखों रुपये में है। पीड़ित पशुपालकों ने सरकार से मुआवज़े की मांग की है।

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रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि भेड़ें अचानक ट्रैक पर आ गईं, जिससे यह हादसा हुआ। हालांकि, हादसे की विस्तृत जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रैक के किनारों पर fenced गार्डिंग और चेतावनी संकेत (warning signals) लगाए जाएंगे।

यह घटना एक बार फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि रेलवे ट्रैक के आसपास पशुओं और लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे हैं। Bhojpur का यह train accident सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं पर भी गहरा असर छोड़ गया है।

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